भावना की नरम जांघ पर हाथ
मेरा यह कॉलेज का आखिरी वर्ष था मैं अपने दोस्तों के साथ उस दिन कॉलेज की कैंटीन में बैठा हुआ था और अपने दोस्त तरुण के साथ बातें कर रहा था बाकी सब लोग क्लास पढ़ने के लिए जा चुके थे। मैंने तरुण से कहा कि तरुण आज मेरा क्लास पढ़ने का मन नहीं है … Read more