हर्षिता को घोड़ी बना दिया
मैं अपने ऑफिस से वापस लौट रहा था तो सोचा कि जीतेन्द्र को फोन कर लूं। मैंने जीतेन्द्र को फोन किया और जब मैंने जीतेन्द्र को फोन किया तो जीतेन्द्र मुझे कहने लगा कि आज तुमने मुझे कैसे याद कर लिया। मैंने जीतेन्द्र को कहा कि बस ऐसे ही सोच रहा था कि काफी दिनों … Read more